विकास सिंह
वाडा तालुका के नेहरोली गांव में एक गुजराती परिवार के तीन सदस्यों की हत्या ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। मृतक मुकुंद बेचरदास राठोड (75 वर्ष), उनकी पत्नी कांचन मुकुंद राठोड (72 वर्ष), और उनकी बेटी संगीता मुकुंद राठोड (52 वर्ष) का शव उनके घर से बरामद हुआ। यह परिवार पिछले 20-25 साल से इस इलाके में रह रहा था।
घटना का पता तब चला जब 17 अगस्त 2024 से उनके फोन बंद आ रहे थे। मुकुंद राठोड के पुत्र, पंकज और सुहास, ने पास में रहने वाले पड़ोसी से उनके घर जाकर जांच करने को कहा। जब 20 अगस्त को पड़ोसी ने उनके घर का दरवाजा बंद पाया और बाहर से ताला लगा देखा, तो परिवार को शक हुआ।
30 अगस्त को पंकज और सुहास ने जब नेहरोली स्थित अपने पिता के घर का ताला तोड़ा और अंदर प्रवेश किया, तो उन्हें घर से दुर्गंध आ रही थी। बाथरूम के पास मुकुंद राठोड का शव पड़ा हुआ था, जिसे चादर से ढका गया था। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो जांच में पाया गया कि घर में कांचन और संगीता का शव एक पेटी के अंदर छिपाया हुआ था, जिस पर कपड़े और चादरें डाली गई थीं।
पुलिस ने घटनास्थल पर खोजी कुत्ते को
बुलाया, जिसने परिवार के पूर्व किराएदार आरिफ अन्वर अली की ओर इशारा किया, जो उत्तर प्रदेश का निवासी है। आरिफ ने घटना वाले दिन बहाने से घर में प्रवेश किया और हत्या की। आरिफ ने बताया कि उसने पैसों के लालच में इस घिनौने कृत्य को अंजाम दिया। उसने पहले संगीता और कांचन पर हथौड़े से वार किया और फिर मुकुंद राठोड के घर आने पर उनके साथ भी वही किया। इसके बाद उसने शवों को छिपाने और सबूत मिटाने की कोशिश की।
आरिफ को उत्तर प्रदेश में पुलिस की मदद से गिरफ्तार कर लिया गया है, और उससे आगे की पूछताछ जारी है। पालघर जिले के पुलिस अधीक्षक श्री बाळासाहेब पाटील के मार्गदर्शन में, वाडा पुलिस स्टेशन के निरीक्षक दत्तात्रय किंद्रे और उनकी टीम ने इस गंभीर अपराध का पदार्फाश किया।