बोईसर: 25 वर्षीय विकास चौहान के साथ एक गंभीर चिकित्सा लापरवाही का मामला प्रकाश में आया है। मानव सेवा द्वारा दी गई गलत रिपोर्ट के आधार पर विकास को डॉक्टर सुर्याराजू के पास ऑपरेशन के लिए भेजा गया, यह कहते हुए कि उसे एपेंडिक्स की समस्या है। लेकिन जब ऑपरेशन शुरू हुआ, तो चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई— विकास को एपेंडिक्स की कोई समस्या नहीं थी।
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए मानव सेवा के डॉक्टर अविनाश पवार ने कहा, "मेरी रिपोर्ट बिल्कुल सही है, और मैं इसे डिफेंड करने के लिए तैयार हूं।" दूसरी ओर, डॉक्टर सुर्याराजू ने रिपोर्ट की सत्यता पर संदेह जताते हुए कहा, "हर रिपोर्ट सही नहीं होती," और जब उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया, तो उन्होंने कहा, "जब हमें समझ में नहीं आता, तो हम पेट खोलकर देख लेते हैं।"उनकी बातें इस मामले से बचने का प्रयास कर रही थीं,
विकास के परिजनों का आरोप है कि यह सिर्फ एक लापरवाही नहीं, बल्कि मानव सेवा और डॉक्टर सुर्याराजू की मिलीभगत का मामला है। उनका कहना है कि दोनों मिलकर मरीजों को गुमराह कर पैसे ऐंठने का काम करते हैं। परिजनों की मांग है कि मानव सेवा का लाइसेंस रद्द किया जाए और पूरे मामले की गहन जांच की जाए।
परिजनों ने यह भी बताया कि ऑपरेशन के बाद उनसे जबरन बिल भरवाया गया, जो पूरी तरह से धोखाधड़ी है। फिलहाल, विकास चौहान को गंभीर हालत में मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस मामले ने बोईसर में हड़कंप मचा दिया है और लोगों के बीच यह चर्चा का विषय बन गया है कि गलती किसकी थी— मानव सेवा की गलत रिपोर्ट की या डॉक्टर सुर्याराजू की लापरवाही की? इस बीच, विकास की जान पर खतरा मंडरा रहा है, और यह मामला चिकित्सा क्षेत्र में हो रही धांधलियों पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।